tag:blogger.com,1999:blog-4014735465804187918.post3196056040968636927..comments2023-11-26T14:07:01.592+05:30Comments on एक ज़िद्दी धुन: कौन सी कविताएं - नरेश सक्सेनाEk ziddi dhunhttp://www.blogger.com/profile/05414056006358482570noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-4014735465804187918.post-3002939830136588952010-09-29T19:16:35.488+05:302010-09-29T19:16:35.488+05:30बेहतरीन कविता है यह...बेहतरीन कविता है यह...रवि कुमार, रावतभाटाhttp://ravikumarswarnkar.wordpress.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4014735465804187918.post-48591713799419277652010-09-29T12:05:08.975+05:302010-09-29T12:05:08.975+05:30बहुत बड़े और प्रासंगिक प्रश्न खड़े करती है ये कविता...बहुत बड़े और प्रासंगिक प्रश्न खड़े करती है ये कविता <br />--मुसीबत के वक़्त<br />कौन सी कविताएं होंगी हमारे साथ<br />लड़ाई के लिए उठे हाथों में<br />कौन से शब्द होंगे <br />---हम ( अगर मै भी खुद को कवि कहने कि भ्रान्ति पाल सकूँ तो ..) कितने और किसके लिए प्रतिबद्ध हैं ?? क्यों करते हैं कविताई ?? और सबसे दीगर <br /> प्रश्न इन कविताओं के कुछ सामाजिक सरोकार भी हैं या सिर्फ शब्दों का खिलवाड़ भर हैं ...अमितhttps://www.blogger.com/profile/14228522614377198712noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4014735465804187918.post-28568085907461366552010-09-28T20:21:15.878+05:302010-09-28T20:21:15.878+05:30नरेश जी कि यह कविता मेरी कुछ प्रिय कविताओं में से ...नरेश जी कि यह कविता मेरी कुछ प्रिय कविताओं में से है।Arun Adityahttps://www.blogger.com/profile/11120845910831679889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4014735465804187918.post-60353779333063442122010-09-28T19:10:08.462+05:302010-09-28T19:10:08.462+05:30अच्छी कविता , वर्तमान साहित्य का यह अंक याद है ।अच्छी कविता , वर्तमान साहित्य का यह अंक याद है ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4014735465804187918.post-23577466467594462192010-09-28T19:07:20.154+05:302010-09-28T19:07:20.154+05:30कविताये सदा ही साथ रहेंगी, हमारी।कविताये सदा ही साथ रहेंगी, हमारी।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4014735465804187918.post-21356274878288811262010-09-28T18:07:27.783+05:302010-09-28T18:07:27.783+05:30जैसे चिड़ियों की उड़ान में शामिल होते हैं पेड़
मुस...जैसे चिड़ियों की उड़ान में शामिल होते हैं पेड़<br />मुसीबत के वक़्त<br />कौन सी कविताएं होंगी हमारे साथ!<br />बहुत ही सुन्दर भाव हैं ....हमारे लिए कवितायेँ कितनी ज़रूरी हैं और चिड़िया क़ी उड़ान में पेड़ के शामिल होने की तरह ही कवितायेँ भी हमारे साथ साथ होंगी ..नरेश जी क़ी इस . कविता का हर अक्षर इस बेवक्त समय में बेहद जरूरी है ठीक वैसे ही जैसे कविता !प्रज्ञा पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/03650185899194059577noreply@blogger.com