tag:blogger.com,1999:blog-4014735465804187918.post6615977872345547085..comments2023-11-26T14:07:01.592+05:30Comments on एक ज़िद्दी धुन: गाजा की शहीद रशेल कूरीEk ziddi dhunhttp://www.blogger.com/profile/05414056006358482570noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-4014735465804187918.post-59437029298992013562008-03-13T18:11:00.000+05:302008-03-13T18:11:00.000+05:30rss walon ko Filisteen ka zikar bura lagata hai. v...rss walon ko Filisteen ka zikar bura lagata hai. voh log Israil ke pitthu hain.<BR/>Rashel zindabad...bus yeh dhun isi aavaz se bajate raho. Dhun main Ghun nahi lagana chaiye.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07308396254661838027noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4014735465804187918.post-76788780883451841202008-03-11T22:48:00.000+05:302008-03-11T22:48:00.000+05:30एक जिद्दी धुन को कबीरा का लाल सलाम। भाई हम बडे जिद...एक जिद्दी धुन को कबीरा का लाल सलाम। <BR/>भाई हम बडे जिद्दी लोग है इसरायली बुलडोजरो से हुवी रशेल कूरी की मौत को आसानी से भुलने वाले नहीं है, मौते तो हम सैको व विन्जैटी की भी नहीं भूले है, चे ग्वेयारा - भगत की शहादते भुलाने का दुस्साहस हम सपने में भी नहीं कर सकते है। 9/11 को चीली में कामरेड अलेन्दे की हत्या को भी नही भूले है हम, विराने द्धिप पर नेरूदा की मौत को भी नहीं भुलाया है हमने। महात्मा गांधी, इंदिरा, राजीव, बेनजीर की मौते भी हम नहीं भूले। मौते जश्न मनाने के लिये नहीं होती है, ये हिरोशिमा-नागासाकी पर बम बरसाने वाले आततायी क्या जाने। <BR/>रशेल की यादो के साथ आप इन साम्राज्यवाद परस्तो की इसरायल जिंदाबाद की जिद छुडावाने आये, आपका तहेदिल से इस्तकबाल है।कबीरा इन्दौरीhttps://www.blogger.com/profile/06757698938257551381noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4014735465804187918.post-45650177411824872802008-03-11T20:13:00.000+05:302008-03-11T20:13:00.000+05:30डटे रहो जिद्दी धुन। आज कई पुराने 'क्रांतिकारी' भी...डटे रहो जिद्दी धुन। आज कई पुराने 'क्रांतिकारी' भी गाजा की आवाज उठाने का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि जो ये आवाज उठा रहा है, वे फिलहाल उसे पसंद नहीं करते। ऐसे में तुम्हारी जिद और धुन दोनों में दम है।Arun Adityahttps://www.blogger.com/profile/11120845910831679889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4014735465804187918.post-9606298743512787412008-03-11T17:42:00.000+05:302008-03-11T17:42:00.000+05:30मोहल्ले में आपकी पोस्ट देखी . बाकियों की लड़ाई मुद्...मोहल्ले में आपकी पोस्ट देखी . बाकियों की लड़ाई मुद्दे से हट कर इगो वॉर बनती जा रही है. यहाँ तक comments में language भी abusive हो गई है. क्या संवेदनशीलता सिर्फ अपने घर के कष्टो के लिए होना चाहिए पड़ोसी के प्रति नहीं. कौन कहता है कि अपने घर की मुश्किले पहले नहीं निपटायी जाएं पर साथ ही साथ हम दूसरे के दुख में शामिल तो हो सकते है. आपने ठीक कहा लड़ाई तो गाजा वालो की हैं पर हम भी उनके साथ है, उन्हें यह एहसास दिलाने में क्या बिगड़ता है.manjulahttps://www.blogger.com/profile/08496446819983725670noreply@blogger.com