tag:blogger.com,1999:blog-4014735465804187918.post7041036001155163708..comments2023-11-26T14:07:01.592+05:30Comments on एक ज़िद्दी धुन: गुलों और दिलों में रंग भरकर चले गए मेहदी.....-शिवप्रसाद जोशीEk ziddi dhunhttp://www.blogger.com/profile/05414056006358482570noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-4014735465804187918.post-34743490315714756132012-06-19T12:35:55.031+05:302012-06-19T12:35:55.031+05:30मैं कब का जा चुका हूँ ,सदाएं मुझे न दो.....
सादर ...मैं कब का जा चुका हूँ ,सदाएं मुझे न दो.....<br /><br />सादर नमन.<br /><br />अनुANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4014735465804187918.post-22478323394933431062012-06-15T08:21:58.719+05:302012-06-15T08:21:58.719+05:30dukhad.....dukhad.....Arun sathihttps://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4014735465804187918.post-82776210487475273922012-06-15T01:23:46.242+05:302012-06-15T01:23:46.242+05:30काफी लंबे अरसे से वे गंभीर और असाध्य बीमारी से जूझ...काफी लंबे अरसे से वे गंभीर और असाध्य बीमारी से जूझ रहे थे. सच कहें तो बीच-बीच में उनकी बीमारी की खबर सुन कर कहीं ज्यादा दुःख और लाचारी का अहसास होता था, मौत से भी ज्यादा. और सबसे क्षोभजनक था इलाज के लिए उनके भारत आने में अडंगेबाजी.<br /><br />पिछले दस सालों से वे गा नहीं रहे थे, फिर भी हमलोग बराबर उन्हें सुन रहे थे, आगे भी हम उन्हें सुनते रहेंगे और आने वाली पीढियाँ भी सुनेंगी.Digamberhttps://www.blogger.com/profile/13513290747757708417noreply@blogger.com