एक ज़िद्दी धुन
जी को लगती है तेरी बात खरी है शायद / वही शमशेर मुज़फ़्फ़रनगरी है शायद
Thursday, June 9, 2011
हम भारत के लोग और हमारा एक नागरिक हुसैन -शिवप्रसाद जोशी
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इस देश के लिए इस वक्त की सबसे बडी शर्म क्या होगी कि जब देश का सबसे बडा चित्रकार इस दुनिया से विदा हुआ तो टीवी मीडिया और हमारे इस विराट मध्यव...
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Wednesday, June 8, 2011
कवि अज्ञेय पर असद ज़ैदी और मंगलेश डबराल
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जन्मशताब्दी वर्ष के बहाने अज्ञेय की प्राण प्रतिष्ठा के अभियान में अक्सर यह आरोप मढ़ा जा रहा है कि अज्ञेय की आलोचना करते समय उनक...
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