एक ज़िद्दी धुन

जी को लगती है तेरी बात खरी है शायद / वही शमशेर मुज़फ़्फ़रनगरी है शायद

Saturday, October 19, 2013

हिटलर के यातना शिविर हैं ये गांव- शंबूक

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देसां म्हैं देस हरियाणा जित...... 30 मार्च , शनिवार तक़रीबन शाम साढ़े 5 बजे के आस-पास का बात है , जब मदीना गांव , भैराण रोड़ नहर पर दबं...
Wednesday, October 9, 2013

चे के शहादत दिवस पर गणेश विसपुते की कविता

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महान क्रांतिकारी और वामपंथी विचारक अर्नेस्टो चे गुएवारा दुनिया भर में वंचित तबकों के संघर्षों के प्रतीक और प्रेरणास्रोत हैं। अर्जेन्...
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Tuesday, October 1, 2013

लाल सिंह दिल की कविताएं

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कुत्ते पुकारते हैं `मेरा घर, मेरा घर` जगीरदार `मेरा गाँव, मेरी सल्तनत` लीडर `मेरा देश, मेरा देश` लोग सिर्फ कहते हैं `म...
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धीरेश सैनी Dhiresh Saini
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