एक ज़िद्दी धुन
जी को लगती है तेरी बात खरी है शायद / वही शमशेर मुज़फ़्फ़रनगरी है शायद
Monday, December 30, 2013
वाम पक्षों में यौन हिंसा के मामले और जवाबदेही : लॉरी पैनी
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( लॉरी पेनी ब्रिटेन की मशहूर नारीवादी वामपंथी लेखक और ब्लॉगर हैं. उनकी यह टिप्पणी “ न्यू स्टेट्समन ” पत्रिका में प्रकाशित हुई ...
Thursday, November 28, 2013
अपने से डरा हुआ बहुमत : असद ज़ैदी
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क्या वो नमरूद की ख़ुदाई थी बन्दगी में मिरा भला न हुआ (ग़ालिब) नमरूद बाइबिल और क़ुरआन में वर्णित एक अत्याचारी शासक था जिसने ख़ुदाई क...
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Monday, November 18, 2013
मुज़फ़्फ़रनगर के ओमप्रकाश वाल्मीकि
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ओमप्रकाश वाल्मीकि मुज़फ़्फ़रनगर जिले के थे और इस तरह एक चलन की तरह मैं कह सकता हूं कि यह मेरी निजी क्षति है। कहने को मुज़फ़्फ़रनगर की ...
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Friday, November 15, 2013
ख्वाजादास के पद वाया मृत्युंजय
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पिछले कुछ दिनों से वरिष्ठ कवि असद ज़ैदी पर महाकवि ख्वाजादास की कृपा बनी हुई है। खुशी की बात यह है कि अब वे हमारे एक और बेहतरीन हिंदी...
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Saturday, November 2, 2013
सुधीश पचौरी की उत्तर आधुनिक बेशर्मी
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वरिष्ठ कवि वीरेन डंगवाल कैंसर से जूझ रहे हैं, पूरी ज़िंदादिली के साथ। उनके दोस्तों और उन्हें चाहने वालों ने अपने इस प्यारे कवि को पिछल...
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Wednesday, October 30, 2013
विचारधारा ही ज़बान और बयान को तय करती है - असद ज़ैदी
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`प्रभात खबर` अख़बार में छपा वरिष्ठ कवि असद ज़ैदी का इंटरव्यू ‘कविता’ आपके लिए क्या है? कविता समाज में एक आदमी के बात करने का तरीक़ा ...
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