जी को लगती है तेरी बात खरी है शायद / वही शमशेर मुज़फ़्फ़रनगरी है शायद
दुश्मनों ने भी मुबारकबाद कुबूली
हुसैन के इस चित्र को देखने के बाद वे संस्कृति के अश्लील रक्षक चुप क्यों हैं?
:)
दुश्मनों ने भी मुबारकबाद कुबूली
ReplyDeleteहुसैन के इस चित्र को देखने के बाद वे संस्कृति के अश्लील रक्षक चुप क्यों हैं?
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