एक ज़िद्दी धुन
जी को लगती है तेरी बात खरी है शायद / वही शमशेर मुज़फ़्फ़रनगरी है शायद
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Ganesh Visputay
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Wednesday, October 9, 2013
चे के शहादत दिवस पर गणेश विसपुते की कविता
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महान क्रांतिकारी और वामपंथी विचारक अर्नेस्टो चे गुएवारा दुनिया भर में वंचित तबकों के संघर्षों के प्रतीक और प्रेरणास्रोत हैं। अर्जेन्...
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Thursday, September 26, 2013
गणेश विसपुते की कविता
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प्रयोगशाला कुछ भी हो सकता है वहाँ मतलब कुछ भी करवाया जाना संभव होता है उनके लिए वहाँ इल्जामों के पौधे बोए जा सकते हैं अफ...
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