एक ज़िद्दी धुन
जी को लगती है तेरी बात खरी है शायद / वही शमशेर मुज़फ़्फ़रनगरी है शायद
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Nadeem F. Paracha
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Friday, December 4, 2015
कूलर साहब का इंतज़ार : नदीम एफ़. पराचा
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अहमद परवेज़ की पेंटिंग क राची में हाल ही में तामीर हुए क्लिफ्टन फ़्लाइ-ओवर का अच्छा-ख़ासा हिस्सा सूफ़ी संत अब्दुल्ला शाह ग़ाज़ी की मज़ार से ...
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