एक ज़िद्दी धुन
जी को लगती है तेरी बात खरी है शायद / वही शमशेर मुज़फ़्फ़रनगरी है शायद
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Manmohan Poet
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Monday, July 31, 2017
हिन्दी नवजागरण में प्रेमचंद : मनमोहन
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भारतीय नवजागरण और राष्ट्रीय स्वाधीनता संघर्ष की श्रेष्ठतम उपलब्धियों में एक प्रेमचंद भी हैं। आज़ादी के बाद बहुत से अवांगर्द कहते थे ...
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Wednesday, December 28, 2016
मनमोहन की मशहूर कविता ‘आ राजा का बाजा’
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‘आ राजा का बाजा’ कविता के बारे में -मनमोहन पिछले दो-ढाई साल से इस कविता का एक अजीबोगरीब पाठ फेसबुक पर घूम रहा है और जो कभी भी, कहीं भी...
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Tuesday, October 14, 2008
मनमोहन की दो पुरानी कविताएं
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कवि-लड़का (मनमोहन का मथुरा के छात्र दिनों का फोटो) मनमोहन हमारे समय के बड़े कवि हैं, 80 के दशक की कविता का शिल्प तय करने वाले प्रमुख क...
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