Wednesday, February 3, 2010

किसी को क्या, मुल्क की आज़ादी के लिए लड़े थे शाहरुख़ के पिता


`द हिन्दू` में एक छोटा सा ख़त छपा है दिल्ली के त्रिलोचन सिंह जी का। स्वतंत्रता सेनानी हैं। उन्होंने शाहरुख़ खान के घर पर शिव सैनिकों के प्रदर्शन और खासतौर पर शाहरुख़ को पाकिस्तान जाने की नसीहत पर मुख़्तसर सी बात कही है जो किसी भी गैरतमंद हिन्दुस्तानी को शर्मिंदा करने के लिए काफी है। उन्होंने कहा है कि जिन शिव सैनिकों का देश की आज़ादी के लिए लड़ने का कोई इतिहास नहीं है, उन्हें मालूम होना चाहिए कि शाहरुख़ के पिता ताज मोहम्मद खान स्वतंत्रता सेनानी थे। भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान वे और त्रिलोचन सिंह एक साथ पेशावर जेल में थे। देश का बंटवारा हुआ तो उन्होंने पाकिस्तान छोड़कर हिन्दुस्तान आना मुनासिब समझा। उनकी शादी जनरल शाहनवाज ने कराई थी जो आज़ाद हिंद फ़ौज के सिपहसालार थे।
पुनश्च: शुक्र है, ताज मोहम्मद साहब अब नहीं हैं, वर्ना उन पर जाने क्या गुजरती।

22 comments:

Udan Tashtari said...

आभार इस खबर का.

kavita verma said...

ye nayee jankari hai,isake liye dhanyavad.sach hai aaj ham jitane shanti se jee rahe hai usake liye kin-kin logon ne apana khun-pasina bahaya hai unake baare me hi nahi janate.

Ashok Kumar pandey said...

अंग्रेज़ों के तलुए चाटने वाले और सेलुलर ज़ेल से माफ़ी मांगकर निकलने वाले और उसके बाद अंग्रेज़ों को दिये गये राजभक्ति के वायदे को पूरी तरह निभाते हुए देश के विभाजन में महत्वपूर्ण हिस्सेदार सावरकर के चेले और कर भी क्या सकते हैं।

आज कोई ये क्या समझेगा कि मुसलमानों का एक ऐसा भी तबका था जिसका रिवर्स माईग्रेशन हुआ था। अपने शमसुल भाई का परिवार भी उनमें से एक था जिनका घर जला दिया गया,चाचा की हत्या कर दी गयी और वे पाकिस्तान की जगह हिन्दुस्तान में आ बसे कि उन्हें लगा यह उस सपने की तामील है जो उन्होंने देखा था।

बेनामी said...

Mr. Pandey,
I don't think any logic in using bad words for a revolutionary like Veer Savarkar. You should never generalize the facts.
If I tell you that even Asfak Ullah Khan had tendered apology from British government?
Situations under which they operated were not like today's time. It was a very complex situation.
Yes, if father is freedom fighter, it does not imply that his son will also be a good man. It should not be taken that I am supporting Shiv Sena or opposing Mr. Khan.
I just appeal that you should not render illogically.
Regards,

सुशीला पुरी said...

बहुत आभार इस खबर के लिए ............शिव सेना वालों को करने के लिए कुछ नही बचा अब .

Anonymous said...

rich people create history ...... and history can be created for them also ......... like in case of Mr. Rahul Gandhi.... see his father was one of the greatest freedom fighter and he is reaping for it.

Now what about those 30 crores peoples who followed gandhiji....... pawar is importing wheat from overseas and hit by terrorist every year ? Education system promotes to learn english and health system promotes to go to private nursing homes etc etc. the list is very long.

उम्मतें said...

हमारे लिए नयी जानकारी है सो त्रिलोचन सिंह जी का शुक्रिया !

Rangnath Singh said...

यह खबर आज के हिन्दुस्तान में भी छपी है। शिव सेना जैसी सांप्रदायिक और देश-विभाजक दल नहीं तय करेगा कि कौन देशभक्त है। आपको क्या लगता है कि एक शिवसेना के बकवासबाजी से देश शाहरुख के खिलाफ हो जाएगा ? कत्तई नहीं।

कडुवासच said...

... प्रभावशाली प्रस्तुति !!!!

pallav said...

बहुत आभार इस खबर के लिए.

Ashok Kumar pandey said...

बेनामी जी

सावरकर ने माफ़ी मांगी थी यह एक डाक्यूमेण्टेड फ़ैक्ट है। उनकी ज़िन्दगी का इसके बाद का हिस्सा रिवोल्यूशनरी नहीं गद्दार का है।

डॉ .अनुराग said...

हमें तो इतना पता है के चंद गुंडे देश को शर्मसार कर रहे है ....सिर्फ डंडे का जोर दीजिये देखिये सबकी हेकड़ी निकल जायेगी ......पर सवाल वही जोरकौन दे

openperson said...

इस जानकारी के लिए धन्‍यवाद, शिव सैनिक नाम के ये चंद गुण्‍डे इस देश के ठेकेदार नहीं हैं। इस मामले पर देश को एकजुटता दिखानी होगी और हमारे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी कायराना सोच छोडनी होगी नहीं तो उत्‍तर भारतीय मुम्‍बई छोडे या न छोडे प्रधानमंत्री को कुर्सी छोड देनी चाहिए। शर्म की बात है कि सरेआम देशद्रोह कर रहे चंद दो टके के गुण्‍डे अपना काम कर रहे हैं और देश के बेशर्म नेता चुप बैठे हैं। अब समय आ गया है कि शिवसैनिकों के गुण्‍डों को जबाव दिया जाना चाहिए।

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

भारत का इतिहास
इसी तरह के विभाजन और आपसी लड़ाई झगड़ों की दास्ताँ लिए हुए है --
२०१० का समय भी ये धर्म,
क्षेत्रीयतावाद ,
जात पांत के भेद भावों को मिटा न पाया
उसका ,बहुत अफ़सोस है :-((

- शाहरूख खान के पिता को नमन --
हर देश भक्त को नमन --
भारतीय जनता
कब संगठित होगी ?
बातें करने का समय
कब का बीत चूका है ...
अब तो ,
कायरता का त्याग करो ...
नेता क्या करेंगें ?
सिर्फ टेक्स लेंगें आपसे ..
जनता जनार्दन कब जागेगी ?
- लावण्या

Nikhil Srivastava said...

jankari dene ke liye shukriya.

ashish tripathi said...

yah to achcha hai ki shahrookh ke pita swatantrata sangram senanee the.chalo trilochan ji ne unhen ek atirikt pramanpatra de diya.jab aap is khabar ko zyada rekhankit karte hain to kya isse yah aashay nahin nikalne lagta ki sab musalmanon ko aise pramanpatron ki zaroorat hogi.sadharan aur rozmarra ki zindagee men uljhe log kya karen.

ashish tripathi said...

rozmarra kee zindgee jeete aur DESH ko kisee DESHBHKT ki tarah pyar karne vale musalman kya karenge.aise AAKRAMANON ka SAMNA aap is tarah ki bhavnatmak applon se nahin kar sakte.aapko is faseevad ke khilaf jyada tarkparak aur buniyadee ladai ladanee padegi. shahrrokh ya koi musalman ek bhartiy nagrik ke roop men is tarah ke praman rakhane ke liye badhya nahin kiye jane chahiye.

Dhiresh said...

आप सही कह रहे हैं आशीष जी. सच मानिए में यही सोच रहा था और अगली पोस्ट यही लगाना चाह रहा था कि अगर शाहरुख के पिता स्वतंर्ता सेनानी न होते तो. दरअसल इस पोस्ट को किसी भावनात्मक अपील के तौर पर नहीं बस त्रिलोचन जी के ख़त को और इस तथ्य को सामने रखने के लिए लगाया था कि क्या आइरनी है या बेशर्मी है कि जो पाकिस्तान से यहाँ आना चुना उन्हें वापस जाने के लिए कहा जा रहा है. ये पोस्ट भी और ये भी तेज बुखार में लिख रहा हूँ इसलिए विस्तार से नहीं लिख पा रहा हूँ. एक मजदूर की देशभक्ति को समझना इस देश के मध्यवर्ग के लिए मुश्किल होता है, हाँ वो चोर धीरू भाई जैसों को आराम से देश का नायक मान लेता है

haal-e-dil said...

behad dukh bharee khabar he ye ki logon ko is bat ka pata hi nahi ... usse jyada dukh is bat ka ki shahrukh ke pita aajadi ki ladai lade the isliye shahrukh ko dekhne ka najariya badal gaya .... ek aam hindustani jo majhab se musalman he isliye ab tak use dusri najar se dekhte rahe ... lant he hindustaniyo par ... ese hi ek dusre ko shak ki najar se dekhte raho ... yahi to chahte hen hame batne wale... taki essh karte rahe ye log

sushil said...

shiv sena apni rajneeti chamkana chahta hai uska desh our deshbhakti se kuch lena-dena nahin hai musalmonon ne desh ki azadi ke liye lokhon kurbaniyn deen hain is baat ko humen bhoolna nahin chahiye

shiv sena par poori tarah pratibandh laga dena chahiye

वर्षा said...

शाहरुख के पिता के बारे में जानकारी नहीं थी, बड़ा अच्छा लगा ये जानकर।

Unknown said...

ye khulasa Bal Thakre or Raj Thakre ke muh par karara tamacha hai....shyad en dono ko is baat kee jankari na ho kee shahrukh ke pita ne aajadi kee ladai me apni bhumika nibhai thi......